विद्यार्थी परिषद
केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देशों के अनुसार, स्कूल के भीतर एक छात्र परिषद की स्थापना की गई है। इस परिषद का प्राथमिक उद्देश्य संस्थान के शैक्षणिक और प्रशासनिक दोनों कार्यों में छात्रों की भागीदारी को सुविधाजनक बनाना है। स्कूल स्वच्छता अभियान, खेल आयोजन, समारोह, निरीक्षण और कला उत्सव सहित विभिन्न गतिविधियों में संलग्न है। इन पहलों में भागीदारी के माध्यम से, छात्र अपने कौशल को बढ़ाते हैं और अपने समग्र विकास को बढ़ावा देते हुए भविष्य के प्रयासों के लिए तैयार होते हैं। यह प्रक्रिया छात्रों में जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है। विद्यार्थी परिषद का गठन आमतौर पर जुलाई में होता है। ‘स्टार’ प्रणाली का उपयोग करके सभी छात्रों को चार घरों-शिवाजी, टैगोर, अशोक और रमन-में वर्गीकृत किया गया है। स्कूल स्तर पर विभिन्न घर-विशिष्ट दिन, समारोह, प्रार्थना सभाएँ और सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जिसके बाद क्षेत्रीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी की जाती है। विद्यार्थी परिषद के सदस्य स्कूल के भीतर अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और स्कूल समुदाय का हिस्सा होने पर गर्व महसूस करते हैं। उन्हें स्कूल कैप्टन (लड़का/लड़की), उप-कप्तान (लड़का/लड़की), स्पोर्ट्स कैप्टन (लड़का/लड़की), और हाउस प्रीफेक्ट्स सहित विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं।